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आइए जानते हैं इसके बारे में…
नींबू के छिलके में काफी मात्रा में पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिनमें इम्यून सिस्टम को मबजूब करने, कोलेस्ट्रॉल को सामान्य करने और कैंसर के विकास को रोकने की क्षमता भी होती है।
नींबू के छिलके में एंटी-माइक्रोबिएल इफेक्ट काफी अधिक होता है और यह बैक्टीरियल व फंगल इंफेक्शन से बचाव करता है। नींबू हर डिटॉक्स विधि का एक जरूरी हिस्सा है, फिर भले ही आप इसे नींबू पानी की तरह लें या नींबू की चाय बनाकर पीएं।
स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद –
कैंसर की रोकथाम में।
स्ट्रोक का जोखिम कम करता है।
जलन का उपचार करने में।
शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाने में।
अस्थमा के लक्षण की रोकथाम में।
खतरनाक बैक्टीरिया के खिलाफ उपयोगी।
अवसाद और तनाव की रोकथाम में।
गुर्दा और जिगर को साफ करने में।
नींबू और कैंसर –
नींबू के रस में काफी मात्रा में विटामिन सी मौजूद होता है। लेकिन, नए शोध में सामने आया है कि नींबू के छिलके में भी काफी पोषक तत्व मौजूद होते हैं। नींबू के छिलके में शरीर से जहरीले कचरे को नष्ट करने और निकालने में एक बड़ी संभावना दिखाई दी है। कैंसर के रोगियों के उपचार में अक्सर नींबू का इस्तेमाल किया जाता है।
नींबू और कैंसर के इलाज के बीच एक मजबूत संबंध है। वैज्ञानिकों ने यह पता करने के लिए कई दशक समय बिताया है कि क्या नींबू असामान्य कैंसर कोशिकाओं को नष्ट कर सकता है। कई अध्ययनों ने इस संभावना की पुष्टि की है कि नींबू कैंसर के खिलाफ कारगर होता है।
साल 1970 से किए गए 20 से अधिक लैब टेस्ट के बाद निष्कर्षों से पता चला कि जमे हुए नींबू में 12 तरह के कैंसर में घातक कोशिकाओं को नष्ट करने की क्षमता होती है। यह कोलोन, ब्रेस्ट, प्रोस्टेट, लंग्स और पैंक्रियाज कैंसर में कारगर है।
कुछ शोध अध्ययनों से पता चला है कि कीमोथेरेपी के मुकाबले कैंसर कोशिकाओं को नष्ट करने में जमे हुआ नींबू अधिक प्रभावी हो सकता है। अध्ययनों से यह भी साबित हुआ है कि नींबू निकालने से कैंसर की कोशिकाओं को नष्ट कर दिया जाता है, जबकि स्वस्थ कोशिकाओं पर इसका कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ता है।
https://www.youtube.com/watch?v=ij2i2REOvGo&t=27s