राघव बहल की कंपनी क्विंंटिलियन मीडिया की द क्विंट और क्विंट हिंदी के नोएडा स्थित दफ्तर पर गुरुवार को आयकर विभाग ने छापेमारी की. क्विंट हिंदी के मुताबिक आयकर विभाग के अधिकारियो ने बताया कि वो कंपनी के एक फ्लोर पर सर्च कर रहे हैं और दूसरे फ्लोर पर सर्वे कर रहे हैं.
इसके अलावा एडिटर इन चीफ राघव बहल, सीईओ रितु कपूर के घर भी आयकर विभाग ने छानबीन की. बंगलुरु स्थित द न्यूज मिनट में भी आयकर विभाग के अधिकारी पहुंचे. इसमें भी क्विंटिलियन मीडिया की हिस्सेदारी है.
ऐसा कहा जा रहा है कि क्विंट ने केंद्रीय सरकार की आलोचनात्मक ख़बरें चलायी जिसका खामियाज़ा उनको भुगतना पड़ रहा है.इस मामले पर सियासी रसा कशी भी तेज़ हो गयी है, कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष राहुल गाँधी ने कहा कि वे आप पर दबाव बनायेगे, आप मीडिया के लोग हैं आप बखूबी समझते हैं.वे (केंद्रीय सरकार) मीडिया को कुचलने की कोशिश कर रहे हैं.
एडिटर्स गिल्ड को दिए बयान में राघव बहल ने कहा-
मेरे पास एडिटर्स गिल्ड के साथ शेयर करने के लिए एक गंभीर और चिंता वाला मामला है. आज सुबह जब मैं मुंबई में था, तभी दर्जनों इनकम टैक्स अफसर मेरे आवास और द क्विंट के दफ्तर पर “सर्वेक्षण” के लिए आ धमके. हम पूरी तरह से टैक्स नियमों का पालन करते हैं, और सभी उचित वित्तीय दस्तावेजों आयकर अफसरों को उपलब्ध कराएंगे. हालांकि, मैंने अपने दफ्तर में मौजूद एक अफसर मिस्टर यादव से बात की है, और उनसे अनुरोध किया है कि वो किसी भी अन्य मेल/दस्तावेज को न देखें या उठाएं, क्योंकि उनमें बहुत गंभीर/संवेदनशील पत्रकारिता सामग्री हो सकती है. अगर वे ऐसा करते हैं, तो हम बेहद मजबूत सहारा लेना चाहते हैं. मुझे उम्मीद है कि एडिटर गिल्ड इस मसले पर हमारा सपोर्ट करेगी, और इस तरह के किसी भी मामले के लिए एक उदाहरण स्थापित करेगी, जो भविष्य में किसी भी अन्य पत्रकारिता संस्थान पर हो सकती है. उन्हें पत्रकारिता सामग्री की अनाधिकृत कॉपी लेने के लिए अपने स्मार्टफोन का दुरुपयोग भी नहीं करना चाहिए. मैं मुंबई से दिल्ली लौट रहा हूं.