लखनऊ कला की राजधानी – राजयपाल
क्रिस्मस-डे समारोह के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित प्रदेश के राज्यपाल माननीय रामनाईक जी ने कहा कि यह प्रदेश की राजधानी लखनऊ कला की राजधानी है। जहां हर प्रकार के सुशोभित नृत्य, सांस्कृति व अन्य कलाओं से भरपूर है ये प्रदेश की राजधनी इसीलिए प्रदेश की राजधनी सहित कला की राजधानी है।
राजधानी लखनऊ हज़रतगंज के कैथेड्रल चर्च में क्रिसमस-डे समारोह का आयोजन किया गया। जहा पर प्रदेश के राज्यपाल रामनाईक नवनिर्वाचित राजधानी लखनऊ मेयर संयुक्ता भाटिया , फॉर्मर एक्टिव सीएम अम्मार रिज़वी ,समेत ज़फरयाब जिलानी, ज़फर अली नक़वी समेत तमाम हस्तियां भी मौजूद रहे ,
कार्यक्रम की शुरुआती दौर में सीडीएल के चांसलर फादर एच आर दे सौज़ा ने मुख्यातिथि राज्यपाल जीके आगमन पर पुष्पांजलि देकर स्वागत किया वहीं दिव्यांग कलाकारों ने अपनी नृत्य की प्रस्तुति से सभी का मनमोह लिया,
इस कार्यक्रम के आयोजन में अन्य नृत्य संगीत व प्रभु मशी जी के जीवन पर आधारित गीत संगीत को भी गया गया ,जहा पर मुख्यातिथि समेत अन्य अतिथिगणों ने खूब आनंद लिया।
राज्यपाल रामनाईक ने क्रिसमस-डे समारोह को लेकर कहा कि ये दिन कितने सौभाज्ञ का दिन है जिस दिन प्रभु मसी जी के जन्म दिन के ही दिन भारत के पूर्व प्रधानमंत्री व भारतरत्न अटल बिहारी बाजपेई ,व बीएचयू के संस्थापक मदन मोहन मालवीय का भी जन्म हुआ हैं ,इस अवसरपर यहां पर चौथा बार आने का सौब सौभाग्य प्राप्त हुआ है। हर राज्य पाल का आर्यकाल 5 वर्ष का होता है इस प्रदेश में मेरा भी कार्य काल का अब तक चौथा वर्ष है मुझे कितनी ख़ुशी की बात की इस चारवर्ष के कार्यकाल में मुझे हर बार यहां पर आने का सौभग्य प्राप्त हुआ है अपने आखिरी कार्यकाल में यहाँ पर आने का अवसर प्राप्त हुआ है।
आगे कहा कि हमारे प्रदेश में हर संस्कृति व सभ्य जगहों से निर्मित प्रदेश है जहा पर हर तरह की चीजे पाई जाती है व इस राजधानी में तो कला से संबंधित हर चीजे मिलती है।
चांसलर एच आर सौज़ा ने सभी अतिथिगणों का हार्दिक अभिन्दन व आभार प्रकट करते हुए प्रभु के जीवनी पर आधारित उन उनके इतिहास के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि समाज में अन्य धर्म जाति समूह को एक जुट रहना चाहिए तथा ईश्वर के द्वारा बनाई गयी इस दुनिया से सभी की एक दूसरे से मिल जल कर रहना चाहिए।
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