चीन के अधिकारियों का कहना है कि उनके देश में रहने वाले मुसलमानो के साथ किसी भी तरह का अभद्र व्यवहार नहीं हो रहा बल्कि आतंकवाद पर लगाम कसने कोशिश की जा रही है.
चीन के सूचना कार्यालय में मानवाधिकार के निदेशक ली शौ जिन ने कहा कि सिंकियांग राज्य में अल्पसंख्यको के साथ अभद्र व्यवहार नहीं हो रहा बल्कि उनको अच्छी शिक्षा देने के लिए संस्थान बनाए जा रहे हैं.
उन्होने कहा कि ऐसा मुमकिन है कि आपको ये सही रास्ता न लगे लेकिन धार्मिक दहशत गर्दी से निपटने के लिए इससे अच्छा तरीका नहीं हो सकता. पक्षीमी देश धार्मिक दहशत गर्दी को रोकने मे नाकामयाब हैं.
उन्होने कहा कि इन इलाको में तरबियाती कैंप भी लगाए गए हैं जहां 3, दिन, 5 दिन और एक महीने के लिए लोगो को भर्ती किया जाता है.