BRIJENDRA BAHADUR MAURYA……………..
चीन के कब्जे से कैलाश मानसरोवर को मुक्त करवा जाये : महंत देव्यागिरी
कैलाश मानसरोवर की यात्रा से लौटा 14 सदस्यी दल
लखनऊ । राजधानी के मनकामेश्वर मंदिर से कैलाश मानसरोवर भ्रमण यात्रा गये 14 सदस्यीय दल के शुक्रवार को वापस आने पर भव्य स्वागत हुआ। मानसरोवर यात्रा के लिये लखनऊ से यह दल 18 मई को रवाना हुआ था। आठ दिवसीय यात्रा के बाद लौटने पर मनकामेश्वर मठ मंदिर और भारत तिब्बत रक्षा मंच के सदस्यों और पदाधिकारियों ने भव्य स्वागत किया। यात्रा की अगुवाई मनकामेश्वर मठ मंदिर की महंत और मंच की सरंक्षक देव्यागिरि ने की। उन्होंने कहा कि चीन के अधिपत्य से मुक्त कराने के लिये अरसे से अभियान चल रहा है। इस यात्रा के बाद हम एक बार फिर पवित्र कैलाश मानसरोवर को चीन के अधिपत्य से मुक्त कराने का संकल्प लेते हैं।
यात्रा से वापस आकर महंत देव्यागिरि ने बताया कि मंच जिस पवित्र भूमि, झील और पर्वतों को भगवान शिव की स्थली माना जाता है। वह चीन के कब्जे में है। इस पवित्र यात्रा के लिये श्रद्धालुओं के लिये मुक्त किया जाये ताकि भारत के श्रद्धालु इस दुर्गम स्थल के आसानी से दर्शन कर सकें। तीर्थ यात्रा से लौटे यात्रियों में कुल 14 लोग शामिल थे। इनमें गोविंद प्रसाद अग्रवाल, आशादेवी, बिशन कुमार अग्रवाल, संजय गुप्ता, सुनील वर्मा, राजेश अग्रवाल, देवेंद्र गोयल, कविता, श्रवण, सुभा और मीनू आदि शामिल रहे।