अधिवक्ता और पुस्तकों के मध्य अटूट रिश्ता है : न्यायमूर्ति डी.पी.सिंह 

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अधिवक्ता और पुस्तकों के मध्य अटूट रिश्ता है : न्यायमूर्ति डी.पी.सिंह 

पुस्तकें दर्पण ही नहीं समाज को दिशा देने वाली मशाल हैं : विजय कुमार पाण्डेय

ए. ऍफ़. टी. बार एसोसिएशन लखनऊ ने 09 नवम्बर, 2017 को “पुस्तक दान मेला” एवं ए.ऍफ़.टी. बार एसोसिएशन की “वेब साईट” का उद्घाटन एवं बार के स्थापक अध्यक्ष स्व. आर.सी.सिंह के चित्र का अनावरण समारोह का उद्घाटन माननीय न्यायमूर्ति डी.पी.सिंह द्वारा किया गया कार्यक्रम में ले.जनरल ज्ञान भूषण, एयर मार्शल बी.बी.प्रसाद सिन्हा, संयुक्त रजिस्ट्रार सीमित कुमार, उप-रजिस्ट्रार एस.एन.दिवेदी एवं प्रमुख सुरक्षा अधिकारी सूबेदार अमरनाथ झा उपस्थित थे l

मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति डी.पी.सिंह ने हजारों रुपए की पुस्तकें दान करके पुस्तक मेले का उद्घाटन किया और कहा कि अधिवक्ता और पुस्तकों के मध्य अटूट रिश्ता है,  उसके बाद बार के सदस्यों ने मेले के पहले दिन ही करीब डेढ़ लाख रुपए की पुस्तकें दान कि जो कि बार के प्रति उनके समर्पण को निदर्शित करता है,बार के अध्यक्ष डा.चेत नारायण सिंह ने अपने उद्बोधन में पुस्तकों की मह्त्ता को रेखांकित किया और पुस्तकों के साथ अधिवक्ताओं के सम्बन्ध के महत्व भी बताया l बार के जनरल सेक्रेटरी विजय कुमार पाण्डेय ने बताया कि पुस्तकों की उपयोगिता कभी भी तकनीक के सामने कम नहीं होने वाली क्योंकि पुस्तकें दर्पण ही नहीं समाज को दिशा देने वाली मशाल हैं, सदस्य डी.एस.तिवारी, आर.डी.सिंह, आर.चन्द्रा, आर सी.दीक्षित, शैलेन्द्र कुमार सिंह और अमित जायसवाल, भानु प्रताप सिंह, वी.पी.एस.वत्स, पारिजात बेलोरा ने भारी संख्या में बार को पुस्तकें दान में देते हुए भविष्य में भी सहयोग का आश्वाशन दिया  l कार्यक्रम में बार के सदस्य संयुक्त सचिव पी.के.शुक्ला, विशाल भटनागर, कविता सिंह, कविता मिश्रा, अनुराग मिश्रा, दीप्ती बाजपेयी, विनय पाण्डेय, वरिष्ठ अधिवक्ता शमशाद आलम, अरुण शाहू एवं नमित शर्मा मौजूद रहे l

https://www.youtube.com/watch?v=ij2i2REOvGo&t=27s


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