अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त एक माडल-बार की परिकल्पना को साकार करेंगी ए.ऍफ़.टी. बार:जनरल सेक्रेटरी
ए.ऍफ़.टी. बार ने क्षमताओं में अभूतपूर्व वृद्धि करके “सैनिक-मित्र” बार के रूप में स्थापित: डी.एस.तिवारी
ए.ऍफ़.टी. बार एसोसिएशन, लखनऊ बदलती तकनीक के साथ सामंजस्य बनाने में लगातार संघर्षशील है जहां उसने सेना कोर्ट को ‘डिजिटल कोर्ट’ बनाने, अधिवक्ताओं को मोबाईल पर मुकदमें से सम्बन्धित जानकारी देने, कोर्ट-कैम्पस में सी.सी.टी.वी.कैमरा की व्यवस्था करने, वादी-प्रतिवादी मुवक्किलों के पीने के लिए आर.ओ. के विशुद्ध जल, फोटो-कापी, स्कैनर प्रिंटर और अत्याधुनिक कैंटीन की सुविधा में अनवरत ए.ऍफ़.टी. के साथ सहयोग करने में लगातार सक्रिय सहयोग करते हुए, आज दूरसंचार-सुविधा की व्यवस्था करने में भी सफल रही.
बार के जनरल सेक्रेटरी विजय कुमार पाण्डेय ने कहा की वर्तमान युग बगैर तकनीकी सुविधाओं के प्रगति की सम्भावनाओं को तलाशने में सफल नहीं हो सकता ऐसे में हमारी बार प्रगतिशील युग के साथ सामंजस्य बनाकर अपने सदस्यों, भूतपूर्व-सनिकों और पीड़ित भूतपूर्व-सैनिकों की विधवाओं को सुविधा-सम्पन्न बनाकर समाज के एक मजबूत व्यक्ति के रूप में रूपांतरित करने की दिशा में कार्यरत है. बार में दूरसंचार-व्यवस्था भूतपूर्व-सैनिकों की सुविधा में सहायक होगा और, भविष्य में हम इनकी सुविधा के दृष्टिगत रखकर कार्य करेंगें और अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त बार बनायेंगे और एक माडल-बार की परिकल्पना को साकार करेंगें.
बारके वरिष्ठ अधिवक्ता और पूर्व जनरल सेक्रेटरी डी.एस.तिवारी ने कहा की अत्याधुन्किक-सुविधाओं के बगैर विधिक-विकास की परिकल्पना को साकार नहीं किया जा सकता लिहाजा बार द्वारा उठाये गये कदमों को बल देने की जरूरत है, हमारी बार ने जितना त्वरित कदम उठाते हुए समस्त कार्यों का सम्पादन किया और लगातार करती जा रही है काबिले तारीफ़ है, यह व्यवस्था हमारे सैनिक भाईयों की सुविधा को बढाने वाला है, आज हम अपनी बार के प्रति गौरवान्वित महसूस कर रहे है और आज इस बार ने अपने आपको “सैनिक-मित्र” बार के रूप में स्थापित करने में सफल रही है और इसकी क्षमताओं में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है.
संयुक्त-सचिक पंकज कुमार शुक्ला ने कहा कि कमेटी के सहयोग न करने के बावजूद बार के महामंत्री जिस तरह से सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करते जा रहे हैं यह काबिले तारीफ़ है, यह जनरल सेक्रेटरी की सकारात्मक सोच का ही परिणाम है कि हम सर्वोत्तम-बार के रूप में स्थापित हो चुके है, पूर्व साबिया खजांची आर. चन्द्रा ने कहा कि हम कमेटी से अपेक्षा करेंगे कि सकारात्मक प्रयासों में सहयोग करने की प्रवृत्ति विकसित करे जिससे सदस्यों में उसके प्रति नकारात्मक भाव कम हो सके वरना जनरल सेक्रेटरी तो अकेले ही सुविधाओं के पायदान तय करने में सक्षम प्रतीत हो रहे हैं, कार्यकारी-सदस्य पारिजात बेलोरा ने कहा कि हम महामंत्री द्वारा किये गये कार्यों के साथ हूँ और अच्छे कार्यों के साथ मेरा सहयोग रहेगा, रिटायर्ड मेजर आर डी.सिंह ने कहा कमेटी की गतिविधियाँ कैसी भी हों लेकिन सेक्रेटरी ने सुविधाओं के विकास में सराह णीय कार्य किया, वायु-सेना मामलों के विशेषज्ञ वी.पी.पाण्डेय ने कहा कि, आज हम इस बार में ऐसी सुविधाओं का उपयोग करने में सफल हैं तो इसका पूरा श्रेय महामंत्री को जाता है.