विश्व प्रसिद्ध मोबाइल कंपनी एप्पल के लखनऊ एरिया सेल्स मैनेजर विवेक तिवारी हत्या केस की छानबीन में जुटी SIT ने गुरुवार को जेल में बंद सिपाहियों के बयान दर्ज किए.
कई घंटे चली पूछताछ में सिपाही प्रशांत चौधरी ने 28 सितम्बर की रात को हुई घटना के बारे में विस्तृत जानकारी दी.
आरोपी प्रशांत ने विवेक तिवारी को गोली मारने के बाद मौके से भागने की बात को खारिज किया है. प्रशांत ने बताया कि उनकी बाइक क्षतिग्रस्त हो गई थी. कारणवश वह गाड़ी का पीछा नहीं कर पाया.
प्रशांत का कहना था कि घटना के तुरंत बाद उसने अधिकारियों को फोन करके जानकारी दी थी. बाद में अधिकारियों ने उसे थाने भिजवा दिया था और सुबह उसका मेडिकल करवाया गया.
आईजी रेंज सुजीत पाण्डेय के आदेश पर स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम में शामिल अधिकारी गुरुवार को जेल पहुंचे. वहां उन्होंने सीआरपीसी 161 के तहत हत्यारोपी सिपाही प्रशांत चौधरी के बयान दर्ज किए. प्रशांत ने अपने बयान में कहा कि उसने एक्सयूवी पर पिस्टल तानी तो फायर हो गया.
प्रशांत का कहना है कि उसके सूचना देने के बाद एएसपी नॉर्थ विक्रांत वीर और सीओ चक्रेश मिश्रा आ गए.
अधिकारियों ने उसे व संदीप कुमार को गोमतीनगर थाने भेज दिया। प्रशांत के मुताबिक बाद में थाने पर आलाधिकारी आने लगे. सभी ने उससे अलग-अलग पूछताछ की. 29 सितम्बर की सुबह तक वह थाने में ही रहा और करीब 9 बजे उसे लोहिया अस्पताल ले जाया गया. वहां एक-डेढ़ घंटे तक मेडिकल कराने के बाद उसे वापस थाने ले आया गया.