अमरीकी शासन के सख्त दबाव के बावजूद भारत ने रूस से S-400 डिफेंस मिसाइल सिस्टम की खरीद पर समझौता किया लेकिन ईरान से कच्चा तेल खरीदने के मामले में भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.
हाल के वर्षो में दुनिया अमरीका और भारत के सम्बन्धो में काफी गहराई आयी हैं साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का दोस्ताना भी किसी से छुपा नहीं है ऐसे में प्रतिबंधों के बावजूद ईरान से तेल खरीदना भारत के लिए बड़ी चुनौती होगी. अमरीकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने स्पष्ट रूप से कहा है कि 4 नवंबर के बाद यदि कोई देश ईरान से कच्चा तेल खरीदता है तो वह सख्त से सख्त कदम उठाने के लिए तैयार हैं.
डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान से कच्चा तेल आयात को लेकर चेतावनी देते हुए कहा है कि 4 नवंबर तक ईरान से कच्चे तेल का आयात घटाकर शून्य नहीं करने वाले “देशों को भी अमेरिका देखेगा”. गौरतलब है कि भारत और चीन जैसे देशों के ईरान से तेल आयात जारी रखने के बारे में पूछे जाने पर ट्रंप ने कहा, ‘‘हम उन्हें भी देखेंगे.’’
ट्रंप ने इस साल मई में अमेरिका को 2015 में हुए ईरान परमाणु समझौते से अलग कर लिया था और ईरान पर फिर से प्रतिबंध लगाए. ट्रंप ने ईरान से तेल आयात करने वाले देशों को 4 नवंबर तक अपना आयात घटाकर शून्य करने के लिए कहा है. साथ ही उन्होंने ऐसा नहीं करने वाले देशों पर प्रतिबंध लगाने की भी चेतावनी दी है.