उत्तर प्रदेश की जेल मे पिछले एक वर्ष से कैद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर रावण को पुलिस ने समय सीमा से पहले रिहा कर दिया है. राज्य मे होने वाली हिंसा के मामलों में रासुका की वजह से उनको कैद किया गया था.
हालांकि, अभी तक यह बात स्पष्ट नहीं हो पाई है कि चंद्रशेखर रावण पर से रासुका हटाया गया है या नहीं. मगर पुलिस की ओर से जो बयान जारी हुआ है, उसके मुताबिक, चंद्रशेखर को उनकी मां की वजह से रिहा किया गया है.
बता दें कि भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर को शुक्रवार तड़के करीब पौने तीन बजे रिहा किया गया. वह बीते साल भर से साहरनपुर की जेल में बंद थे.
गौरतलब है कि चंद्रशेखर को पश्चिमी यूपी में हुए जातिगत संघर्ष का जिम्मेदार बताते हुए यूपी पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जिसकी वजह से वह पिछले साल जून महीने से रासुका के मामले में जेल में बंद थे. मिली जानकारी के अनुसार उन्हें नवंबर में रिहा किया जाना था.
जेल से रिहा होने के बाद भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखऱ ने कहा कि ‘सरकार डरी हुई थी क्योंकि सुप्रीम कोर्ट उसे फटकार लगाने वाली थी. यही वजह है कि अपने आप को बचाने के लिए सरकार ने जल्दी रिहाई का आदेश दे दिया.