लखनऊ : गाय का काटना या गए का गोश्त खाना हराम है और तीन तलाक से मुस्लिम महिलाओं को बचाने के लिए सतीप्रथा को रोकने जैसे सख्त कानों तीन तलाक के खिलाफ भी बनाये जाने समेत कई मुद्दों पर आज हुईमौलाना मिर्ज़ा मोहम्मद अशफ़ाक़ की अध्यक्षता में आल इंडिया शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की मीटिंग में शियों के समाजी , सियासी और मज़हबी विषयों पर चर्चा की गयी इस अवसर पर हिन्दुस्तान विशेषकर उत्तरप्रदेश में गौ हत्या और उसका गोश्त खाने जैसे संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा की गयी। बैठक में प्रस्ताव् पास किया गया कि तीन तलाक गैर शरई है इससे इस्लाम धर्म की बदनामी हो रही इसलिए इससे बचने के लिए सख्त कानून की मांग प्रधानमंत्री से की जाये। और अगर आवश्यकता पडी तो इस मामले को उच्चतम न्यायालय में भी ले जाया जायेगा। न्यायालय अगले महीने इस पर सुनवाई करने वाली है।बाबरी मस्जिद राम मंदिर मामले में बात चीत को ही प्राथमिकता बताई और कहा गया की सी मामले से राजनैतिक व्यक्ति दूर रहे धार्मिक लोग ही बात चीत करें तब ही मामला हल हो सकता है वरना राजनीती की रोटियां सेकने वाले इसे हल नही होने देंगे जैसे अभी तक नही हुआ
गाय काटना या खाना नाजायज़
गाय काटना या खाना नाजायज़ : शिया पर्सनल ला बोर्ड
तीन तलाक़ गैर शरई ,शियों के हालात के जाएज़े के लिए बने आयोग
बोर्ड के प्रवक्ता मौलाना यासूब अब्बास ने इराक के अयातुल्लाह बशीर नजफ़ी का फतवा दिखाया जिसमे साफ़ तौर से गाय काटना और गाय के गोश्त को खाने की मनाही की गयी है मौलाना यासूब अब्बास ने बताया की यह फतवा इराक से मंगाया गया है क्योंकि शियों के फतवे हर कोई नही दे सकता कुछ लोग ही हैं जो फतवा दे सकते हैं। उनहोंने बताया कि तीन तलाक़ से मुसलमान की बहुत बदनामी हो रही जबकि यह गैर शरई है नशे की हालत से लेकर फ़ोन ईमेल आदि से तलाक़ तलाक़ तलाक़ कह दिया और तलाक़ हो गया रसूल (स) के ज़माने में भी तीन तलाक नही था और क़ुरआन में भी इस तरीके का ज़िक्र नहीं है। इसके अलावा सच्चर समिति पर इलज़ाम लगाया की उसने मुसलमानों के हालात का जायज़ा लेते कवक़्त शिव को नज़रअंदाज़ किया इसलिए मोदी हुकूमत को चाहिए की वह एक समिति बना कर षियों के हालात का जाएजा ले और उनको उनका हक़ दे। मौलाना जफ़र अब्बास ने मदरसा बोर्ड और हज समिति में षियों को उचित प्रतिनिधित्व देने का प्रस्ताव रखा मौलाना ज़हीर अब्बास ने कहा की हर वह काम की मनाही है जिससे मुल्क की सद्भावना और शांति को खतरा हो उनहोंने कहा कि गाय काटने या खाने से देश की शांति और दूसरे धर्म के लोगों की श्रद्धा को ठेस पहुचती है इसलिए मना है।
मौलाना यासूब अब्बास ने बताया की इसी महीने अमरोहा , मुज़फ्फरनगर समेत कई ज़िले में बोर्ड का जलसा का आयोजन कर जागरूकता मुहीम चलायी जाएगी मई माह में दिल्ली में एक बड़ी सभा का आयोजन किया जायेगा। अवैध बूचड़ खाने पर योगी हुकूमत की कार्रवाई की सरहना करते हुए अवैध बूचड़खाने के समर्थन में वैध बूचड़खाने की हड़ताल की निंदा की गयी। कई प्रस्तव पास कर केंद्र और राज्यसरकार को भेजने पर सहमति बनी। बैठक में मौलाना ज़हीर इफ्तेखारी, अमान अब्बास , मौलाना साईंम मेहदी , प्रिंसिपल शिया कॉलेज मुसय्यब शमशाद नक़वी , आदि मौजूद थे।
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