आम्रपाली वाटर पार्क में सरकारी जमीनों पर कब्जे की जांच शुरू

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PANCHDEV YADAV 
आम्रपाली वाटर पार्क में सरकारी जमीनों पर कब्जे की जांच शुरू
मलिहाबाद,लखनऊ स्थानीय तहसील प्रशासन व पुलिस की मिली भगत और आर्शीवाद से कपड़े की छोटी सी दुकान चलाने वाला व्यक्ति कुछ वर्षो में ही हवा में उड़ने लगा। राजधानी लखनऊ और दिल्ली के पाश इलाकों में चमचमाते ऐश्वर्यपूर्ण कार्यालय बनाकर निवेशकों से अरबों का निवेश कराकर उन्हें मोटी आय का झांसा देकर रातों रात अमीर बनाने का ख्वाब दिखाने वाला यह अदना वस्त्र व्यवसायी कुछ ही वर्षों में आर के ग्रुप ऑफ कम्पनीज का सीईओ अजीत गुप्ता के नाम से मशहूर हो गया। आरोप है कि इसके बदले में स्थानीय प्रशासन ने मोटी रकम प्राप्त करने के साथ-साथ जमकर ऐसो आराम किया। 
 मलिहाबाद कस्बे में राधे संस के नाम से कपड़े की छोटी सी दुकान चलाने वाले अजीत गुप्ता ने 2007 में सहिलामऊ गांव के पास कुछ जमीन खरीदकर आम्रपाली वाटर पार्क की शुरूआत की थी। शुरूआत से ही स्थानीय तहसील और पुलिस प्रशासन को हर तरह की सेवाएं उपलब्ध कराकर पहले अजीत ने प्रशासन का दिल जीता बाद में आसपास की सरकारी जमीनों पर कब्जा जमाना शुरू कर दिया परन्तु सेवाभाव से प्रसन्न तहसील व पुलिस प्रशासन के लोगों ने आंखें बंद रखीं। इसी के साथ आसपास के किसानों की जमीनों को खरीदने का लालच देकर कुछ पेशगी देकर उनकी जमीनों का एग्रीमेंट कराकर रातोंरात सैकड़ों आम के हरे भरे पेड़ों को बिना परमिट कटवाकर कब्जा कर लिया और जमीन के असली मालिक किसानों को थोड़ा बहुत पैसा देकर चलता कर दिया। लम्बे अरसे तक जब किसानों को पैसा नहीं मिला तो उन्होंने उपजिलाधिकारी मलिहाबाद को प्रार्थनापत्र देकर शिकायत दर्ज करायी।
 इसी क्रम में कनार निवासी कालिका,बाबू,गोविन्द्र पुत्रगण दुर्गा प्रसाद गौतम की लगभग तीन बीघे बेशकीमती आम के बाग जरखरीद अपने खास माली मोलहे निवासी ग्राम गौंदा मोअज्जमनगर के नाम पर पौने दो करोड़ में खरीदने का सौदा पक्का कर लिया और 28 लाख पेशगी देकर एग्रीमेंट कराकर रातोरात लगभग दो सौ कलमी पेड़ कटवाकर कब्जा कर लिया और बाकी रकम अब तक उक्त किसानों का अदा न करके टरकाता रहा। इसी तरह वाटर पार्क से सटी ग्राम पंचायत कनार की पशुचर भूमि खसरा नं0 13,63,65,406,407 कुल रकबा लगभग 11 बीघे का धीरे धीरे कब्जा करके बिना भूपरिवर्तन कराये 7 माले का रिहाइसी अपार्टमेंट खड़ा कर दिया लोक निर्माण विभाग की लगभग 1 बीघा जमीन भी इसी में समाहित कर ली।
पीड़ित किसानों की शिकायत पर कुछ दिन पूर्व उपजिलाधिकारी मलिहाबाद सूर्यकान्त त्रिपाठी ने जांच समिति गठित कर आख्या तलब की है। इस प्रकरण के चलते वाटर पार्क पर ताला जड़कर प्रबन्धन के लोग इधर उधर हो गये हैं। मात्र दो सुरक्षा कर्मियों पर सुरक्षा की जिम्मेदारी डालकर आरोपी अजीत गुप्ता मामले को रफा दफा करने के लिए अधिकारियों के चक्कर काट रहा है। 
 इस प्रकरण पर मलिहाबाद एसडीएम सूर्यकान्त त्रिपाठी का कहना है कि मलिहाबाद तहसीलदार द्वारा जांच आख्या प्रस्तुत कर दी गयी थी आख्या बिन्दुवार मांगी गयी थी जिसका अनुपालन नहीं हो पाने के कारण जांच पुनह करवायी जा रही है।
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