लखनऊ । शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि अयोध्या में मंदिर-मस्जिद विवाद आपसी बातचीत से निपटाया जाए। कुरान में गो हत्या हराम है इस पर प्रतिबंध सही है। इसके साथ शिया पर्सनल लॉ बोर्ड ने तीन तलाक और गोहत्या पर रोक लगाने की मांग की है। अयोध्या मामले को सभी दलों के बीच बातचीत के माध्यम से सुलझाया जाना चाहिए। शिया पर्सनल लॉ बोर्ड की पांचवी एक्जीक्यूटिव मीटिंग आज लखनऊ में चल रही है जिसमें तीन तलाक, गौवध व अयोध्या मसले पर चर्चा चल रही है।
इसके पहले अजमेर स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती दरगाह के दीवान सैयद जैनुल आबेदीन अली खान ने भी गोहत्या अौर तीन तलाक पर खुलकर बोलते हुये कहा था कि गोमांस को लेकर देश में दो समुदायों के बीच पनप रहे वैमनस्य को रोकने के लिए सरकार को गोवध और इसके मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगा देना चाहिए। साथ ही उन्होंने मुसलमानों से गोवध अौर गोमांस से दूर रहने को कहा था।
दरगाह दीवान ने कहा कि एक बार में तीन तलाक का तरीका आज के समय में अप्रासंगिक ही नहीं, खुद पवित्र कुरान की भावनाओं के विपरीत भी है। जब निकाह लड़के और लड़की दोनों की रजामंदी से होता है, तो तलाक मामले में कम से कम स्त्री के साथ विस्तृत संवाद भी निश्चित तौर पर होना चाहिए।